अजमेर के मुख्य पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी - Best Tourist Places In Ajmer In Hindi

मेरे प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे इस नए लेख में इस लेख में हम अजमेर के मुख्य पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी देंगे अतः आपसे अनुरोध है कि हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें |

अजमेर के मुख्य पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी - Best Tourist Places In Ajmer In Hindi
अजमेर के मुख्य पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी - Best Tourist Places In Ajmer In Hindi

अजमेर में घूमने की जगह - Ajmer Tourist Places in Hindi :

अजमेर, इस शहर की खूबसूरती और ऐतिहासिकता से कौन परिचित नहीं होगा। इसकी वस्तु कला और शिल्प न केवल पूरे राजस्थान में, बल्कि पूरे विश्व भर में जानी जाती है। अरावली पहाड़ों से घिरा हुआ यह शहर लोकशैली का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह शहर मोइउद्दिनचिश्ती की दरगाह के लिए बेहद प्रसिद्ध है। अगर आप राजस्थान घूमना चाहते हैं तो पृथ्वीराज चौहान के इस शहर में जाए बिना आपकी यह यात्रा अधूरी है। तो आइए जायका लेते हैं इस खूबसूरत आलीशान शहर अजमेर का।

अजमेर का इतिहास - Ajmer history in Hindi :

  • इस शहर की ऐतिहासिकता के बारे में दो तीन-बातें बहुत महत्वपूर्ण है। पहली तो ये कि यह नगर सातवीं शताब्दी में अजयराज सिंह नामक एक चौहान राजा द्वारा बसाया गया था। इस नगर का मूल नाम अजय मेरु था। चौहान वंश 1195 में अजमेर में अपनी मजबूत पकड़ बना चुका था। 
  • उसके बाद मोहम्मद गोरी के आगमन से चौहान वंश समाप्त हो गया और चौहान वंश के अंतिम राजा पृथ्वीराज चौहान को हार का सामना करना पड़ा।
  • मुगलों के समय सम्राट अकबर ने अजमेर जीता और अजमेर को राजस्थान में अपने सभी मुख्य कार्यों का मुख्यालय बनाया। 
  • मुगलों की गिरावट के बाद अजमेर शहर मराठों के नियंत्रण में हो गया और अब यह शहर उन सभी ऐतिहासिकताओं को अपने मे संजोय राजस्थान के एक बहुत ही सुंदर पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है।

अजमेर के प्रमुख पर्यटक स्थल - Tourist Places Of Ajmer In Hindi 

1. अजमेर शरीफ दरगाह - Ajmer Sharif Dargah in Hindi :

  • अजमेर शरीफ दरगाह सूफियों का एक प्रमुख आध्यात्मिक स्थल है। यहां स्थित है प्रसिद्ध कवि अमीर खुसरो के गुरु मोइनुद्दीन चिश्ति का मकबरा। 
  • दुनिया भर से सूफी मत के प्रशंसक इस दरगाह की पवित्रता को महसूस करने आते हैं। 
  • सूफी मत का यह पवित्रतम स्थल भारतीय-इस्लामिक वस्तु कला का एक अद्भुत उदाहरण है।
  • मुगल साम्राज्य के प्रमुख राजा हुमायूं ने यह दरगाह मुगल वस्तुकला के आधार पर बनवाई थी। 
  • इसे ग़रीब नवाज का मकबरा भी कहा जाता है। दरगाह की वस्तुकला पर यदि ध्यान दें तो इसमें एक दालान और महफ़िल खाना भी मौजूद है। 
  • इसके अतिरिक्त इसका एक मुख्य द्वार भी है जो निजाम द्वार के नाम से जाना जाता है।
  • इसका एक और दरवाजा है जिसे बुलंद दरवाजे कहा जाता है जिसे महमूद खिलजी द्वारा निर्मित करवाया गया। यह बुलंद दरवाजा फतेहपुर सीकरी के बुलंद दरवाजे से एकदम भिन्न है। 
  • इसके अतिरिक्त यहां एक और द्वार शाहजहां द्वारा बनवाया गया जिसका नाम है शाहजहानी दरवाजा। 
  • इन दरवाजों की शिल्पकारी की सुंदरता देखते ही बनती है। दरगाह में मौजूद महफिलखाना इस पर्यटक स्थल का आकर्षक केंद्र रहा है जहां पर यात्री अक्सर आया करते हैं और कव्वाली एवं ग़ज़लों का लुत्फ उठाते हैं। 

2. कृत्रिम झील, अन्ना सागर झील अजमेर - Artificial lake, Anna Ocean lake Ajmer in Hindi :

  • अन्ना सागर झील को कृत्रिम झील के नाम से भी जाना जाता है। अजमेर नगर इसी झील के किनारे बसा हुआ है।
  • यदि इसके इतिहास पर नजर डालें तो हम पाएंगे कि इसका निर्माण पृथ्वीराज चौहान के पितामह अरुणोराज या आणा जी चौहान ने किया था, इसीलिए इस झील का नाम आणा सागर झील रखा गया।
  • इसे बारहवीं शती में लूनी नदी से विकसित किया गया था। शाम के समय झील के आसपास का वातावरण बहुत ही सुहावना एवं मनमोहक हो जाता है। 
  • झील के चारों ओर सुंदर नक्काशी से निर्मित संगमरमर के चार दरवाजे स्थित हैं जिससे इस झील में चार चांद लग गए हैं। 
  • यहां बच्चों के लिए झूले और शाम के वक्त बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। 
  • इस झील के किनारे मुगल शासक ने एक बाग निर्मित करवाया जो शाहीबाग अथवा दौलत बाग के नाम से जाना जाता है। 
  • अतः हर तरह से अजमेर का यह पर्यटक स्थल आने जाने वाले यात्रियों के लिए एक बहुत ही रोचक एवं आनंदमय स्थल साबित होता है।

3. ऐतिहासिक अढ़ाई दिन का झोपड़ा अजमेर - Historical, Adhai Din ka Jhopara Ajmer in Hindi :

  • अढ़ाई दिन का झोपड़ा असल में कोई झोपड़ा न होकर एक बेहद ही प्राचीनतम मस्जिद है जिसका निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने करवाया था। 
  • इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चर से यह मस्जिद ओतप्रोत है। ऐतिहासिक प्रमाणों के आधार पर यह पता चलता है कि यह स्मारक स्थल किसी प्राचीन संस्कृत विद्यालय को ध्वस्त कर निर्मित किया गया था। 
  • इस मस्जिद के मुख्य द्वार के बाईं ओर संगमरमर के शिलालेख में उस संस्कृत विद्यालय का ज़िक्र मिलता है। 
  • इस मस्जिद में 70 स्तंभ हैं, यह स्तंभ उसी संस्कृत मंदिर के थे जिसको ध्वस्त कर यह मस्जिद बनाई गई।
  • अंदर से देखने पर यह मंदिर जैसा ही लगता है लेकिन अब इसकी कुछ नई दीवारें निर्मित हो चुकी हैं जिनपर कुरान की आयतें आपको लिखी हुई मिल जाएंगी। 
  • ढाई दिन के अंदर अंतर्गत अर्थात 60 घंटों के भीतर इस मस्जिद को निर्मित किया गया इसलिए इसे अढ़ाई दिन का झोपड़ा कहा जाता है। 
  • एक मान्यता यह भी है कि यहां चलने वाले ढाई दिन के उर्स (मेला) के आधार पर इसका नाम अढ़ाई दिन का झोपड़ा रखा गया। 

4. अजमेर का ऐतिहासिक अकबर का महल - Historical Place in Ajmer, Akbar's Palace:

  • इतिहास प्रेमियों के लिए अकबर का महल एक रोचक स्थान है। 
  • 1570 में यह किला प्रसिद्ध मुगल शासक अकबर द्वारा निर्मित करवाया गया था। यह मुगल शासकों के सर्वाधिक मजबूत किलों में से एक है। 
  • ऐसा माना जाता है कि यह किला बादशाह एवं सैनिकों का निवास स्थान रह चुका है।
  • किले के कुछ भाग को 1908 में संग्रहालय के रूप में तब्दील कर दिया गया।
  • किले में एक प्राचीन संगमरमर से निर्मित काली मां की मूर्ति भी स्थापित है जिससे इस किले की सुंदरता और भी निखर जाती है।
  • हालांकि इस किले का कुछ भाग आज नष्ट हो चुका है लेकिन इसके बावजूद भी इस किले में पहुंच कर आप इसकी ऐतिहासिक स्वर्ण संस्कृति की झांकी को नज़दीकी से समझ पाएंगे।

5. संगमरमर द्वारा निर्मित, नरेली जैन मंदिर - Beautiful, Nareli Jain Temple Ajmer In Hindi :

  • ज्ञानोदय तीर्थ नरेली जैन मंदिर, अजमेर के बाहरी इलाके में स्थित एक नवनिर्मित पर्यटक स्थल है। 
  • यह मंदिर अरावली पर्वत श्रृंखला पर स्थित है। यह मंदिर सुंदर वस्तु कला और अद्भुत नक्काशी के सामंजस्य के लिए देश भर में प्रसिद्ध है
  • यह चारों ओर सुंदर-लुभावने बागों से सुसज्जित है।
  • इस मंदिर की पहली मंजिल पर गुरु आदिनाथ जी की 22 फीट ऊंची विशाल मूर्ति स्थापित है और ऊपर की पहाड़ियों पर अन्य तीर्थंकरों के 24 लघु मंदिर देखे जा सकते हैं।
  • इसके निर्माता आर के मार्बल्स के श्री अशोक पाटनी हैं। पहाड़ियों पर स्थित होने के चलते इस मंदिर की सुंदरता में और निखार आ जाता है।
  • मंदिर से दिखने वाला पहाड़ियों का अद्भुत नजारा पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है और आसपास का शुद्ध मोहक वातावरण उनको सहज ही अपनी ओर आकर्षित करता है।

6. शाही मोहर, क्लॉक टावर अजमेर - Royal facade, Clock Tower Ajmer In Hindi :

 यह एक ऐसा रोचक पर्यटक स्थल है जिसका निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल के दौरान हुआ। यह क्लॉक टावर रानी विक्टोरिया की याद में 1887 में निर्मित किया गया था। इस क्लॉक टावर को प्राचीन राजपूत शासन काल का शाही मोहरा भी माना जाता है। यदि आप अजमेर जाने का विचार कर रहे हैं तो इस क्लॉक टावर को देखना ना भूलें।

7. आकर्षक उद्यान, दुर्गा बाग उद्यान - Attractive Garden, Durga Garden In Hindi:

  • आनासागर झील के किनारे स्थित यह उद्यान महाराजा शिवदान द्वारा 1868 में निर्मित किया गया था। उद्यान आनासागर की सुंदरता को और भी बढ़ा देता है। 
  • इस उद्यान का प्रमुख आकर्षण यहां पर संगमरमर से बना मंडप है जो अपनी वस्तु कला के लिए बहुत जाना जाता है। 
  • इसके अतिरिक्त इस उद्यान में चारों ओर बिछी हरियाली, लंबे-लंबे पेड़, फूलों की क्यारियां तथा इसका शांत वातावरण यहां के पर्यटकों को मोहित करता है और उनके हृदय को पल्लवित करता। 
  • अतः अजमेर में पिकनिक मनाने के लिए दुर्गा बाग उद्यान एक सबसे बेहतरीन और मोहक विकल्प माना जाता है।

8.  जैन लोगों को समर्पित अजमेर जैन मंदिर - Ajmer Jain mandir in Hindi :

  • अजमेर जैन मंदिर को स्वर्णिम अयोध्या नगरी के नाम से भी जाना जाता है। सोनी जी की णसियन के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर 19वीं सदी के उत्तरार्ध में निर्मित किया गया था। 
  • इसकी समस्त शिल्प कला एवं मूर्ति कला सोने से निर्मित की गई है। लकड़ी व कांच पर सोने की इतनी जटिल कारीगरी कहीं और नहीं पाई जाती। 
  • ऐसा अनुमान है कि इस अयोध्या नगरी को निर्मित करने में करीब 1000 कि. ग्रा. सोना प्रयोग में लाया गया। इसी कारण यह मंदिर स्वर्ण नगरी के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
  • अतः अजमेर में यह इकलौता अलंकृत शिल्पकला का उदाहरण है। यह मंदिर ऋषभदेव को समर्पित है।
  • यह मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है क्योंकि यहां आने वाले लगभग सभी पर्यटक बहुत अधिक मात्रा में सोना अथवा रुपए चढ़ाते हैं 
  • यदि आप इस मंदिर की नक्काशी और बेहद बारीक वस्तु कला को करीब से महसूस करना चाहते हैं तो इस मंदिर के दर्शन अवश्य करें।

9. अब्दुल्ला खान का मकबरा अजमेर - Abdullah's khan Tomb Ajmer in Hindi :

  • अब्दुल खान का मकबरा अजमेर का एक भव्य मकबरा है। 
  • इसकी ऐतिहासिकता के बारे में कहा जाता है कि अब्दुल खान के दो बेटों (सैयद भाइयों) ने इसे 1710 में अपने पिता के लिए बनवाया गया। 
  • इसकी वस्तु कला अजमेर के अन्य पर्यटक स्थलों से एकदम भिन्न है क्योंकि यह एक ऊंचे मंच पर आयतकार आकार के रूप में निर्मित किया गया है।
  • इसके सौंदर्य को निखारने के लिए खूबसूरत मेहराबें भी भली-भांति देखीं जा सकती हैं। यह मकबरा चार मीनारों से घिरा हुआ है। 
  • अब्दुल खान के इस मकबरे के ठीक विपरीत उनकी पत्नी की भी कब्र बनी हुई है। अजमेर शहर में प्रवेश करते ही जब आप इसकी ऐतिहासिकता में रम जाएंगे तो इस मकबरे की तरफ स्वतः ही खिंचे चले आएंगे।


10. ऐतिहासिक पृथ्वीराज स्मारक अजमेर - Prithviraj Smarak Ajmer in Hindi :

अजमेर की ऐतिहासिकता को लक्ष्य करते हुए एक और स्थल, पृथ्वीराज स्मारक एक सुंदर उदाहरण है। तारागढ़ रोड पर स्थित चौहान वंश के महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान का यह स्मारक उनकी वीरता का प्रतीक है। दूर-दूर से दुनिया भर के पर्यटक इस स्मारक को श्रद्धांजलि अर्पित करने आते हैं। शानदार कदम के बगीचों के बीचों-बीच निर्मित यह स्मारक अद्भुत है।

11. अकबरी मस्जिद अजमेर - Akbar Masjid Ajmer in Hindi :

अजमेर का या अकबरी मंदिर महान मुगल शासक अकबर द्वारा 1571 में निर्मित करवाया गया यह मस्जिद अजमेर शरीफ और बुलंद दरवाजे एवं शाहजहानी दरवाजे के मध्य में स्थित है दरगाह के आध्यात्मिक माहौल को महसूस करने आए तो इस अकबरी मस्जिद को देखना ना भूलें।

12. मेयो कॉलेज संग्रहालय अजमेर - Mayo College Museum Ajmer in Hindi :

झलवर हाउस में स्थिति यह संग्रहालय श्री टी एन व्यास द्वारा बनवाया गया। इस जगह की खासियत इसकी ऐतिहासिकता में है।

13.  साई बाबा मंदिर अजमेर - Sai Baba Temple Ajmer in Hindi :

अजमेर का यह दर्शनीय स्थल भक्तों को बहुत आकर्षित करता है। 1999 में  यह मंदिर श्री सुरेश के लाल द्वारा निर्मित करवाया गया।  

14. अजमेर में खरीददारी कहां करें - Shopping Market in Ajmer in Hindi : 

आप अजमेर आएं और खरीदारी न करें तो यह एक अधूरी यात्रा साबित होगी। पर्यटक अजमेर के बाजारों की ओर सहज ही खींचे चले आते हैं। अजमेर का सर्वाधिक प्रसिद्ध बाजार है महिला मंडी। जैसी कि इसके नाम से ही ज़ाहिर है कि यह बाजार महिलाओं के लिए ही विशिष्ट रूप से है। यहां राजस्थान के पारंपरिक गहने-जेवर, ओढ़नी, साड़ियां तथा अद्भुत शिल्प कला से निर्मित झुमके पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय हैं। न केवल महिलाएं, बल्कि पुरुष भी इन बाजारों की तरफ खिंचे चले आते हैं। यहां की पारंपरिक पोशाक और सफा (पगड़ी) पुरुषों द्वारा अधिकतर खरीदे जाते हैं। इसके अतिरिक्त अजमेर में चांदी के बर्तन की खरीददारी बहुत अधिक मात्रा में होती है। अजमेर की लोकशैली को खुद में रम जाने दें और चाय की चुस्की के साथ अजमेर में खरीददारी का मजा लें।

15. अजमेर कैसे जाएं - How To Reach Ajmer in Hindi :

सड़क मार्ग के द्वारा अजमेर कैसे पहुंच - How to reach Ajmer by road in Hindi :

यदि आप सड़क मार्ग के द्वारा अजमेर पहुंचना चाहते हैं तो संभवतः बस अथवा कार दो बेहद सुविधापूर्ण रास्ते हैं। 535.7 कि.मी. की दूरी तय कर यदि आप बस के जरिए अपनी यात्रा तय करना चाहते हैं तो डीलक्स अथवा सेमी डीलक्स बस दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर होते हुए आपको आपकी मंज़िल तक पहुंचा देगी।

ट्रेन के द्वारा अजमेर कैसे पहुंचे - How to reach Ajmer by train in Hindi :

अजमेर शहर जाने के लिए रेल मार्ग बहुत ही रोचक चुनाव है। वहां जाने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है अजमेर जंक्शन जो मुंबई अहमदाबाद जयपुर और दिल्ली की लाइन पर है।

फ्लाइट के द्वारा अजमेर कैसे पहुंचे - How to reach Ajmer by flight in Hindi:

फ्लाइट के ज़रिए यदि आप अजमेर समय का ध्यान रखते हुए पहुंचना चाहते हैं, तो हवाई मार्ग सर्वाधिक सुविधापूर्ण है। फ्लाइट 135 कि.मी. की दूरी तय कर आपको सांगानेर हवाई अड्डे पर पहुंचा देगी जो अजमेर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा है। वहां से अजमेर आने के लिए टैक्सी उपलब्ध है रहती है।