दिल्ली में घूमने की अच्छी जगह - Best Places To Visit in Delhi hindi

मेरे प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार इस लेख में हम दिल्ली के सबसे अच्छे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी देंगे अतः आपसे अनुरोध है कि हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें |

दिल्ली में घूमने की अच्छी जगह - Best Places To Visit in Delhi hindi

दिल्ली में घूमने की जगह - Delhi tourism information in hindi : 

मेरे प्रिय पर्यटक लोगों का कहना है दिल्ली है दिल वालों की |दिल्ली भारत की राजधानी तथा केंद्र शासित प्रदेश है| दिल्ली भारत की राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की यहां तीनों इकाइयां हैं कार्यपालिका, सांसद और न्यायपालिका | दिल्ली में भारत के सभी राज्यों के लोग यहां पर रहते हैं यह हर प्रकार के पर्यटक और यात्रियों की जरूरत को पूरा करता है | दिल्ली भारत के सबसे बड़े शहरों में से एक है बल्कि प्राचीनता और आधुनिकता का अद्भुत संयोजन है| यहां पर हर कोई अपने परिवार और दोस्तों के साथ टाइम बिताने आ सकता है तथा यहां के पर्यटक स्थलों का आनंद भी ले सकते हैं |

दिल्ली यमुना नदी के किनारे स्थित  एक नगर है |यह भारत का बहुत ही प्राचीन नगर है |इसका इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है |महाभारत काल में दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ था |दिल्ली में कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेष को देखा जा सकता है |

दिल्ली के मशहूर मुख्य पर्यटक स्थल - All Delhi Tourist Places in Hindi :

दिल्ली में मनोरंजन तथा इतिहास प्रेमियों और मंदिर घूमने के लिए एक अच्छी जगह है यहां पर आप अपनी फैमिली तथा कपल्स के साथ घूम सकते हैं यहां के मुख्य पर्यटक स्थल इस प्रकार हैं-

1. दिल्ली की प्रसिद्ध जगह लाल किला - Famous Tourist Place Delhi Red Fort in Hindi

ऐसी बहुत सारे जगह है जो कि दिल्ली में काफी ऐतिहासिक मानी जाती है। तो आइए उनमें से एक ऐतिहासिक जगह के बारे में जानते हैं और वह लाल किला है।लाल किला, नई दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है। यह शाहजहां के द्वारा 1648 मे 17 वी शताब्दी के दौरान बनाया गया था। यह लाल पत्थरों का प्रयोग करके बनाया गया है। यह महान ऐतिहासिक स्थल है। लाल पत्थर से बने होने के कारण इसका नाम लाल किला पड़ गया। इस किले के चारों और गहरी खाई है वह सुरक्षा के लिए बनवाई गई थी। लाल किले के मुख्य द्वार से ही प्रवेश करके एक बाजार है जिसका नाम मीना बाजार है आज भी तरह-तरह की चीजें मिलती है जैसे वस्तुएं। और कई बारी वहां पर आपको एग्जीबिशन देखने को भी मिलेंगी। लाल किले में अनेक भव्य इमारतें हैं। दीवाने आम ,दीवाने खास विशेष दर्शनीय है।रंग महल लाल किले  का बहुत ही सुंदर महल है। इसकी छत पर बड़ी सुंदर नकाशी है। मुगल काल में इसकी दीवारें रतन जड़ित थी। लाल किला आज भी हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इस किले में स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों ने मुकदमा चलाया था। आज भी इसी की‌ स्वतंत्रता पर तिरंगा लहराता है। लाल किला हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है।

2. दिल्ली के पर्यटक स्थल इंडिया गेट - Delhi Famous Place India Gate in Hindi :

इंडिया गेट भारत का प्रसिद्ध राष्ट्रीय स्थल है। यह नई दिल्ली में स्थित है। यह सर एडविन ल्‍यूटियन्‍स ने डिजाइन किया था। इसका निर्माण 1931 मे हुआ था। इसकी ऊंचाई 42 मीटर ऊंचा इंडिया गेट नई दिल्ली के राजपथ पर स्थित है। यह स्थल लाल पत्थरों से बना हुआ है। भारत की स्वतंत्रता के बाद इसे अमर जवान ज्योति के रूप में माना जाता है। शहीद सैनिकों की याद में यहां एक राइफल के ऊपर सैनिक की टोपी रखी गई है जिसके चार कोनो पर हमेशा 'अमर जवान ज्योति जलती' रहती है। यह उन भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया है। जो युद्ध के दौरान बहादुरी के लिए लड़े और अपने जीवन का बलिदान दिया। इस खूबसूरत इमारत पर कई सैनिकों के नाम लिखे गए हैं।

3. लोटस टेंपल दिल्ली की प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल - Delhi Famous Place Lotus Temple in Hindi :

कमल मंदिर यानी कि लोटस टेंपल जिसे कहा जाता है आइए इस खूबसूरत स्थल के बारे में कुछ बातें जाने।लोटस टेंपल भारत की राजधानी दिल्ली के नेहरू प्लेस में स्थित है। मंदिर अपने आप मैं एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है।इतना तो इस मंदिर में कोई भगवान की मूर्ति और ना ही कोई किसी प्रकार का धार्मिक स्थल है। लोटस टेंपल की संरचना कमल के फूल की तरह की गई है जिस कारण दिल्ली का यह खूबसूरत मंदिर एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना हुआ है |इसे देखने के लिए कोई भी धर्म का व्यक्ति यहां आ सकता है। यह मंदिर बहुत ही लोकप्रिय जिसे देखने के लिए लोग इतनी दूर दूर से आते हैं। और विदेश से भी लोग आना पसंद करते हैं यहां की खूबसूरती को देखकर विदेश के लोग बहुत आकर्षित होते हैं उन्हें यह लगता है कि हमने कोई ऐसी चीज देख ली है जिसे वह अपने दिलो-दिमाग में याद कर लेना चाहते हैं और ऐसा है भी।

हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं कि विदेश के लोग हमारी भारतीय संस्थाओं को बहुत ऊंचा मानते हैं और उसे देखने के लिए वह बहुत दूर-दूर से आते हैं और अपने कैमरे में उनकी एक तस्वीर ले लेते हैं जो कि वहां पर अपने देश में जाकर दिखाते हैं। भारत के लोग इस कमल के फूल को शांति का प्रतीक और पवित्रता मानते हैं।कमल मंदिर का वातावरण बहुत ही शांत और स्वच्छ है, जो प्रार्थना और ध्यान करने के लिए काफी उचित माना गया है।

इस मंदिर का उद्घाटन 24 सितंबर 1986 को किया गया था। यह मंदिर करीब 26 एकड़ जमीन पर बना हुआ है।यह मंदिर चारों तरफ से बाग बगीचे और तालाबों से घिरा हुआ है मानो ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि कमल पानी में ही तैर रहा है। कमल मंदिर के दरवाजे लगभग 9 है। कमल मंदिर में लगा हुआ मार्बल ग्रीस से मंगवाया गया जो कि लोगों को काफी आकर्षित लगता है। वैसे तो नई दिल्ली में काफी  ऐसे खूबसूरत स्थल है माना गया है कि दुनिया में सबसे ज्यादा लोग इसे देखने आए हैं।

4. कुतुब मीनार - Delhi Historical Place Qutub Minar in Hindi :

कुतुब मीनार से जुड़ी आठ दिलचस्प बातें आपको जरूर जाना नहीं चाहिए। अगर आप दिल्ली घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो खूबसूरत जगह पर जाना चाहिए। उनमें से एक ऐतिहासिक खूबसूरत मीनार कुतुब मीनार है। यहां आपको जरूर विजिट करना चाहिए। इससे जुड़े दिलचस्प बातें जानिए। ईट की बनी यह खूबसूरत इमारत ,यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है। कुतुब मीनार का नाम कुतुब क्यों पड़ा इसके पीछे कुछ ऐसा ही इतिहास है जो आपको जानना चाहिए।उसका नाम कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम से पड़ा, जो भारत के सबसे पहले मुस्लिम शासक थे।  कुतुब मीनार के आसपास भी कहीं ऐतिहासिक इमारतें स्थित है। कुतुब मीनार की उछाई 72.5 मीटर है। इसमें 379 सीढ़ियां है, जो मीनार की शिखर तक पहुंचती है।कुतुबमीनार का ऊपरी हिस्सा बिजली गिरने की वजह से गिर गया था, जिसे फिरोजशाह तुगलक ने दोबारा बनाया।बाद के समय के फ्लोर पहले के फ्लोर से काफी अलग है, क्योंकि वह सफेद संगमरमर के बने हुए हैं। सन 1974 से पहले क़ुतुब मीनार आम लोगों के लिए खुला हुआ था। बॉलीवुड के कई फेमस एक्टर और डायरेक्टर यहां अपनी फिल्म की शूटिंग करना चाहते हैं।यह इमारत 2000 साल से भी पुरानी इमारत है,लेकिन इस इमारत में आज तक भी कोई जंग नहीं लगी है और यह सब से इसकी खूबी है।

5. दिल्ली की सबसे मशहूर जगह राजघाट - Delhi Ki Sabse Mashhur Jagah Rajghat in Hindi :

राजघाट दिल्ली में स्थित एक  स्मारक है, भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित है। इस स्मारक को गांधी जयंती के हत्या के बाद बनाया गया था। पहले यमुना नदी के तट पर एक प्राचीन घाट को राजघाट कहा जाता था। राजघाट मुख्य रूप से 12 सीट चौकोर मंच है जिसका निर्माण काले संगमरमर से हुआ था। यह मंच उस जगह का प्रतिनिधित्व करता है जहां महात्मा गांधी का अंतिम संस्कार किया गया था । तभी से इस स्थान पर विदेश लोग और काफी लोग हमारे राष्ट्रपिता को सम्मान देने के लिए आते हैं।जो भी यहां इस स्थान पर प्रवेश करते हैं उन्हें अपने जूते उतारना अनिवार्य है। महात्मा गांधी का स्मारक होने के साथ-साथ ही राजघाट गांधी जी के जीवन को भी प्रस्तुत करता है। गांधी जी के दर्शन के लिए राजघाट में स्थित चित्र, मूर्ति कला और तस्वीरो से पेश किया गया है ।यहां पर उनके जीवन के बारे में एक फिल्म के रूप में भी दिखाया जाता है जिससे लोगों को उनके बारे में पता चले और कुछ सीख मिले। राज घाट यमुना नदी के करीब स्थित है जिसे एक ऐतिहासिक रूप में जाना जाता है। राजघाट लोगों के लिए सुबह 6:30 से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है। शाम 5:30 बजे राजघाट में एक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की जाती है ।अगर आप इस सभा प्रार्थना का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको वहां पर जरूर विजिट करना चाहिए।

6. दिल्ली की हिस्टोरिकल जगह मुगल गार्डन - Delhi Ki Historical Jagah Mugal Garden in Hindi :

मुगल गार्डन नई दिल्ली में स्थित एक पर्यटक स्थल है, इसको राष्ट्रपति महल की आत्मा भी कहा जाता है।आपको बता दें कि यह स्थल राष्ट्रपति भवन के अंदर स्थित है, और 13 एकड़ के विशाल क्षेत्र  को कवर करता है। मोहन गार्डन वर्ष 1917 में डिजाइन किया गया था। यह गार्डन देश के विदेश लोगों को अपनी और आकर्षित करता है। लोग इस गार्डन के खुलने का इंतजार करते रहते हो बहुत ही दूर दूर से आते हैं।यह गार्डन इतना सुंदर है कि लोग इसे देखने के लिए बहुत बेताब है।अगर आप सुकून के दो पल बिताना चाहते हैं तो आप इस गार्डन पर जाना जरूर विजिट करें। आपको बता दें कि मुगल गार्डन कई भागों से विभाजित है जिसमें 6 उधान और राज्य गतिविधियों के लिए कई क्षेत्र भी है। मुगल गार्डन कुछ आकर्षक चीजें देखने के लिए आपको यहां जरूर जाना चाहिए।

7. गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल - Gurudwara Bangla Sahib Delhi ka Prasidh Dharmik Sthal in Hindi :

गुरद्वारा बांग्ला साहिब दिल्ली के सब गुरुद्वारों में से एक महत्वपूर्ण गुरुद्वारा है। नई दिल्ली के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर गोल मार्केट के निकट स्थित है। यह गुरुद्वारा एक बंगला था, जयपुर के महाराज जयसिंह का था। सिखों के 8 वे गुरु हरकिशन सिंह यहां अपने दिल्ली प्रवास के दौरान रहे थे।उस समय चेचक और हैजा की  बीमारियां चल रही थी। गुरु महाराज ने उन बीमारियों को अपने आवास  से जल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई थी अब यह जल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही पवित्र माना जाता है कहते हैं जो भी स्थान पर जाता है अगर वहां पर आकर जल पिए तो उसके सारे शरीर के रोग ठीक हो जाते हैं। यह गुरुद्वारा सिखों और हिंदुओं के लिए पवित्र माना जाता है गुरुद्वारे में 24 घंटे लंगर की व्यवस्था है| बता दे की गुरुनानक देव जी के द्वारा शुरू की गई लंगर की व्यवस्था दुनिया के हर गुरुद्वारे में 24 घंटे मिलती है और अगर कोई भी आपदा आ जाए तो सिख धर्म के द्वारा चलाई गई यह व्यवस्था गरीबों के लिए काम आती है और आम लोगों के लिए भी।

8. दिल्ली के धार्मिक स्थल इस्कॉन (हरे कृष्ण) मंदिर - Delhi Ke Dharmik Sthal Iskcon Temple in Hindi :

गोड़ीय वैष्णव समुदाय का एक वर्ग है। इटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा  कॉन्शियसनेस इस्कॉन  को हरे कृष्णा आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है । इस्कॉन हमेशा की तरह इस परिवार में अपने प्राकृतिक रूप में है। इन मंदिरों और सामुदायिक के परिसर के अंदर श्रद्धांजलि, विश्वास और यहां तक कि अधिक जीवन शैली से संबंधित बहुत सी गतिविधियां कर सकते हैं। इसका अपना वातावरण है। मंदिर के बगल में भंडार है जहां भक्त स्मृति चिन्ह और भोजन भी प्राप्त कर सकते हैं। इस मंच पर इस्कॉन समुदाय का वर्षों में विस्तार किया गया है। 1966 मे उनके दिव्य अनुग्रह है। भक्ति वेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा न्यूयॉर्क शहर में स्थापित, उनके आंदोलन से लाखों लोगों को दुनिया में भक्त बनाया। श्री श्री राधा गोपीनाथ मंदिर 1988 में औपचारिक रुप से संकल्पित हुआ था जो जान मानस में इस्कॉन चौपाटी के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर की बहुत महानता है। इस्कॉन मंदिर में एक संग्रहालय है मल्टीमीडिया शो का आयोजन करता है जिसमें रामायण और महाभारत जैसे महान महाकाव्य दिखाए जाते हैं। रविवार को विशेष प्रार्थना के लिए सेवाओं के लिए कॉल किया और जन्माष्टमी का त्योहार यहां बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।

9. दिल्ली का प्रसिद्ध बाजार कनॉट प्लेस - Delhi Famous Market Connaught Place in Hindi :

कनाट प्लेस या सीपी नई दिल्ली में वित्तीय केंद्र है। कनॉट और स्ट्रैथर्न के ड्यूक के नाम पर, इस बाजार मैं सभी परिसर अलग-अलग स्टोर हैं, प्रसिद्ध खाद्य और बार है। कनॉट प्लेस देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज है ‌। इस गोलाकार में दो संकेंद्रित वृत्त है। जिसमें A से F तक के ब्लॉक हैं और बाहरी सर्कल में G से N तक ब्लॉक है। कनॉट प्लेस दिल्ली हाउसिंग के कुछ प्रसिद्ध बार और रेस्तरां के जीवंत नाइटलाइफ़ का अनुभव करने के लिए अच्छा स्थान है। यह नौवां सबसे महंगा कार्यालय बाजार है, जो दुबई, डाउनटाउन बोस्टन और शंघाई से महंगा है। चाहे वह भारतीय हो या पश्चिमी फैशन, खादी वस्त्र, सामान या विभिन्न भारतीय हस्तशिल्पयहाँ सब कुछ मिल सकता है।कनॉट प्लेस सिर्फ दिल्ली की विविध संस्कृति का अनुभव करने के लिए ही नहीं बल्कि प्रमुख शॉपिंग डेस्टिनेशन और मनोरंजन केंद्र भी हैं।

10. दिल्ली की जामा मस्जिद - Delhi Best Place To Visit Jama Masjid in Hindi :

मध्य दिल्ली के बीच, देश में सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिदहै। यह ताजमहल और लाल किले के बाद, शाहजहाँ के स्थापत्य उपक्रमों का प्रभावशाली संग्रह था। ईद के पावन अवसर पर हर साल हजारों श्रद्धालुओं सुबह नमाज अदा करने पहुंचते हैं। आंगन में पच्चीस हजार लोगों की क्षमता के साथ, जामा मस्जिद यकीनन देश की सबसे बड़ी मस्जिद है। दुर्भाग्य से, नमाज के दौरान गैर-मुस्लिमों को मस्जिद के अंदर जाने की अनुमति नहीं है।

जामा मस्जिद दिल्ली के पुराने हिस्से में स्थित है, जिसे अब चांदनी चौक कहा जाता है और यह खूबसूरत मुगल संरचनाओं से घिरा हुआ है।

11. दिल्ली की प्रसिद्ध मंदिर स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर - Delhi Famous Place Akshardham Temple in Hindi:

भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और वास्तुकला का एक प्रतीक, स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर 2005 में निर्मित भगवान स्वामीनारायण का निवास है। यमुना नदी के तट पर स्थित मंदिर हिंदू धर्म और इसकी संस्कृति को दर्शाता है। भगवान स्वामीनारायण को समर्पित, अक्षरधाम ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया के सबसे बड़े व्यापक हिंदू मंदिर के रूप में अपनी जगह बनाई है।इसमें आठ अस्थाई रूप से नक्काशीदार मंडप हैं।

12. संसद भवन दिल्ली - Sansad Bhavan Delhi in Hindi :

नई दिल्ली में स्थित निर्माण संसद भवन एक प्रमुख पर्यटक स्थल है और लोगों को आकर्षित करता है। संसद मार्ग स्थित इस आकर्षक सरंचना मैं मंत्रियों के कार्यालय, विभिन्न कमेटी रूम और किताबों एक विशाल संग्रह सुंदर पुस्तकालय है्।

संसद भवन में भारत की संसदीय कार्यवाही होती है। संसद की इमारतों में संसद भवन, संसदीय सौध, स्‍वागत कार्यालय और निर्माणाधीन संसदीय ज्ञानपीठ अथवा संसद ग्रंथालय सम्‍मिलित हैं। इन सभी को मिलाकर 'संसद परिसर' कहा जाता है। इसमें लंबे-चौड़े लान, जलाशय, फव्‍वारे और सड़कें बनी हुई हैं। यह सारा परिसर सजावटी लाल पत्‍थर की दीवारों तथा लोहे के जंगलों और लोहे के ही विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है।

13. राष्ट्रपति भवन दिल्ली - Rashtrapati Bhavan Delhi in Hindi :

राष्ट्रपति भवन भारत सरकार के राष्ट्रपति का सरकारी आवास है। वर्तमान भारत के राष्ट्रपति, उन कक्षों में नहीं रहते, जहां वाइसरॉय रहते थे, बल्कि वे अतिथि-कक्ष में रहते हैं। यहाँ राष्ट्रपति आगन्तुक से मिलते है। 25 जुलाई 2017 उपरांत महामहिम रामनाथ कोविंद भारत के राष्ट्रपति बनाये।

यहां के म्यूजियम मुगल उद्यान की गुलाब वाटिका में अनेक प्रकार के गुलाब लगे हैं और यह कि जन साधारण हेतु, प्रति वर्ष फरवरी माह के दौरान खुलती है। इस भवन की खास बात है कि इस भवन के निर्माण में लोहे का नगण्य प्रयोग हुआ है।भारत का राष्ट्रपति भवन, विश्व के किसी भी राष्ट्रपति आवास से कहीं बड़ा है।यहां की गुलाब वाटिका, जो कि मुगल उद्यान का एक अंश है, में अनेकों प्रकार के गुलाब लगे हैं, जो कि जन साधारण हेतु, प्रति वर्ष फरवरी माह के दौरान खुलती है।

14. दिल्ली की जंतर मंतर - Delhi Mein Ghumne Layak Jagah Jantar Mantar in Hindi :

दिल्ली का जन्तर मन्तर एक खगोलीय वेधशाला है। अन्य चार जन्तर मन्तर सहित इसका निर्माण महाराजा जयसिंह द्वितीय ने 1724 में करवाया था। यह इमारत प्राचीन भारत की वैज्ञानिक उन्नति की मिसाल है। जय सिंह ने ऐसी वेधशालाओं का निर्माण जयपुर, उज्जैन, मथुरा और वाराणसी में भी किया था। दिल्ली का जंतर-मंतर समरकंद की वेधशाला से प्रेरित है। मोहम्मद शाह के शासन काल में हिन्दु और मुस्लिम खगोलशास्त्रियों में ग्रहों की स्थिति को लेकर बहस छिड़ गई थी। इसे खत्म करने के लिए सवाई जय सिंह ने जंतर-मंतर का निर्माण करवाया। ग्रहों की गति नापने के लिए यहां विभिन्न प्रकार के उपकरण लगाए गए हैं। सम्राट यंत्र सूर्य की सहायता से वक्त और ग्रहों की स्थिति की जानकारी देता है। मिस्र यंत्र वर्ष के सबसे छोटे ओर सबसे बड़े दिन को नाप सकता है। राम यंत्र और जय प्रकाश यंत्र खगोलीय पिंडों की गति के बारे में बताता है।

15. राष्ट्रीय समर स्मारक दिल्ली - National War Memorial Delhi in Hindi :

राष्ट्रीय समर स्मारक या युद्ध स्मारक भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली के इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र में अपने सशस्त्र बलों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया एक स्मारक है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को इंडिया गेट के पास 44 एकड़ में बना नेशनल वॉर मेमोरियल राष्ट्र को समर्पित किया।स्मारक को इंडिया गेट के पास मौजूदा छतरी (चंदवा) के आसपास बनाया गया है। स्मारक की दीवार को जमीन के साथ और मौजूदा सौंदर्यशास्त्र के साथ सामंजस्य स्थापित किया है। 1960 में सशस्त्र बलों ने पहली बार एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का प्रस्ताव रखा था।राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का मुख्य वास्तुकार वीबी डिजाइन लैब (WeBe Design Lab), चेन्नई के योगेश चंद्रहासन है। वेब डिज़ाइन लैब को वास्तुशिल्प डिजाइन की अवधारणा के लिए और परियोजना के निर्माण के समन्वय के लिए चुना गया था।

16. राष्ट्रीय रेल संग्रहालय दिल्ली - National Rail Museum Delhi in Hindi:

इस अनोखे संग्रहालय में भारतीय रेलवे के 100 से अधिक अपने वास्तविक आकार के प्रदर्शित सामान का एक शानदार और आकर्षक संग्रह है। इनमें इंजन और डिब्बों के स्थिर और चल मॉडल, सिगनिलिंग उपकरण, ऐतिहासिक फोटोग्राफ और संबंधित साहित्य सामग्री आदि शामिल है। पुराने सवारी-डिब्बों में वर्ष1875 में निर्मित खूबसूरत प्रिंस ऑफ वेल्स सैलून भी शामिल है। वर्ष 1899 में निर्मित मैसूर के महाराजा के सैलून को देखे बना रहा नहीं जा सकता, जिसमें ज़री के काम वाली कुर्सियां और एक आकर्षक रोज़वुड वाला बैड है; इसकी अच्छी तरह झलक पाने के लिए इसे खिड़कियों से धांककर देखा जा सकता है।  राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में वर्ष 1855 में निर्मित फेयरी क्वीन इंजन संरक्षित है, जो अपने समय का संबसे बेहतर संरक्षित भाप इंजनों में से एक है। बोटिंग के अलावा एक जॉय ट्रेन और मोनो रेल (पीएसएमटी) की सवारी सर्वाधिक रोमांचक अनुभव देते हैं। बाहर आते वक्त सुंदर फायर इंजन को देखना न भूलें।

        चाणक्यपुरी, नई दिल्ली।  फोन: 26881816, 26880939

         समय : प्रातः 9:30 से सायं 5:30 बजे।  अवकाश : सोमवार

17. दिल्ली मंडी हाउस - Delhi Mandi House in Hindi:

नई दिल्ली,मंडी हाउस गोलचक्कर से चारों तरफ सड़कें निकली हैं और हर सड़क की अपनी तासीर है। भगवान दास रोड पर मंडी हाउस, फिरोज शाह रोड पर नेपाल का दूतावास और रसियन सेंटर, कॉपरनिकस मार्ग पर साहित्य अकादमी व दूरदर्शन का कार्यालय, तानसेन मार्ग पर त्रिवेणी कला संगम व फिक्की सभागार, सफदर हाशमी मार्ग पर श्रीराम सेंटर और सिकंदरा रोड पर मेट्रो स्टेशन। बाकी दिल्ली की तरह इस इलाके की शाम भी ढलने के साथ-साथ जवान होती है, लेकिन उसका अंदाज कुछ जुदा होता है। मंडी हाउस में भले ही नाटकों के शो दोपहर बाद चलते हों, लेकिन यहां के सभागार साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियों से गुलजार रहते हैं। रवींद्र भवन में प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी और ललित कला अकादमी की लाइब्रेरियों में शोधार्थी, पढ़ाकू किस्म के लोग ऐसे गुमसुम नजर आते हैं, जैसे उन्हें कुछ और की तलाश हो। कभी किताबों के बिक्री स्थल के लिए मशहूर मंडी हाउस में अब किताबें कम मिलती हैं। फुटपाथ पर बिक रहे हिंदी, अंग्रेजी उपन्यासों के अलावा एनएसडी में ही एक पुस्तक की दुकान है।

18. वेस्ट टू वंडर पार्क दिल्ली - Waste To Wonder Park Delhi in Hindi:

वेस्ट टु वंडर पार्क में आप अपने दोस्तों के साथ मस्ती तो कर ही सकते हैं लेकिन अगर आपके घर में बच्चे हैं तो उन्हें यहां लेकर जरूर आएं। इस जगह की सैर से बच्चों की क्रिएटिविटी में इजाफा हो सकता है। यहां एफिल टावर, गीजा के पिरामिड, स्‍टेच्‍यू ऑफ लिबर्टी और ताजमहल जैसी इमारतों की प्रतिकृति का निर्माण औद्योगिक एवं अन्य तरह के 150 टन कचरों का इस्तेमाल करके किया गया है।

       टिकट और टाइमिंग:-

वेस्ट टु वंडर पार्क की टाइमिंग सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक है। इस पार्क में आने वाले सभी व्यस्क लोगों को 50 रुपए और 3-12 साल के बच्चों के लिए 25 रुपए का टिकट निर्धारित किया गया है। वहीं तीन साल से कम उम्र के बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों, नगर निगम के स्कूल के छात्रों के लिए प्रवेश नि:शुल्क है।

19. हुमायूं का मकबरा दिल्ली - Humayun’s Tomb Delhi in Hindi:

हुमायूँ का मकबरा इमारत परिसर मुगल वास्तुकला से प्रेरित मकबरा स्मारक है। यह नई दिल्ली के दीनापनाह अर्थात् पुराने किले के निकट निज़ामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में मथुरा मार्ग के निकट स्थित है। गुलाम वंश के समय में यह भूमि किलोकरी किले में हुआ करती थी । इस परिसर में मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है। हुमायूँ की कब्र के अलावा उसकी बेगम हमीदा बानो तथा बाद के सम्राट शाहजहां के ज्येष्ठ पुत्र दारा शिकोह और कई उत्तराधिकारी मुगल सम्राट जहांदर शाह, फर्रुख्शियार, रफी उल-दर्जत, रफी उद-दौलत एवं आलमगीर द्वितीय आदि की कब्रें स्थित हैं।इस इमारत में मुगल स्थापत्य में एक बड़ा बदलाव दिखा, जिसका प्रमुख अंग चारबाग शैली के उद्यान थे। विश्व की ऐतिहासिक धरोहरों में शुमार हुमायूं का मकबरा रात में चांद सा रौशन नजर आएगा। इसके लिए पूरी इमारत में एलईडी लाइट लगाई गई हैं। मंगलवार को इसकी शुरुआत की गई।

मुगल वास्तुकला से प्रेरित इस स्मारक में हुमायूं की कब्र सहित कई अन्य राजसी लोगों की कब्रें हैं। यह इमारत विश्व धरोहर घोषित है। चारबाग शैली में बना यह मकबरा भारत में मुगल वास्तुकला का पहला उदाहरण है। मकबरा हुमायूं की विधवा बेगम हमीदा बानो के आदेश पर वर्ष 1562 में बना था। इसकी मुख्य इमारत लगभग आठ वर्षों में बनकर तैयार हुई थी। यहां सबसे पहले लाल बलुआ पत्थर का इतने बड़े स्तर पर प्रयोग हुआ था।

20. बिरला मंदिर दिल्ली - Birla Temple Delhi in Hindi:

बिड़ला मंदिर विभिन्न शहरों में बिड़ला परिवार द्वारा निर्मित विभिन्न हिंदू मंदिरों या मंदिरों को संदर्भित करता है। इन सभी मंदिरों का शानदार रूप से निर्माण किया गया है, उनमें से कुछ सफेद संगमरमर में या बलुआ पत्थर में हैं। मंदिर आम तौर पर एक प्रमुख स्थान पर स्थित होते हैं, सावधानी से बड़ी संख्या में आगंतुकों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पूजा और प्रवचन अच्छी तरह व्यवस्थित हैं। पहला मंदिर 1939 में दिल्ली में संयुक्त रूप से घनश्यादास बिड़ला और उनके भाइयों, साथ ही उनके पिता द्वारा बनाया गया था। बाद में अन्य मंदिरों का निर्माण किया गया है। लक्ष्मी नारायण मंदिर को बिल्ला मंदिर भी कहा जाता है, जो दिल्ली के प्रमुख मंदिरों में से एक मंदिर है। मंदिर कनॉट प्लेस की ‌ पश्चिमदिशा में स्थित है।

दिल्ली कैसे पहुंचे - How To Reach Delhi in Hindi: 

दिल्ली भारत के मुख्य शहरों से अच्छी तरह से कनेक्टेड  है यहां पर आप बस ट्रेन अथवा फ्लाइट के द्वारा आसानी से आ सकते हैं |