झांसी में पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी - Best tourist places to visit in Jhansi in hindi

मेरे प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे इस नए लेख में, इस लेख में हम  उत्तर प्रदेश का जिला झांसी घूमने की संपूर्ण जानकारी देंगे |अतः आपसे अनुरोध है कि हमारे इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े |

झांसी में पर्यटक स्थल घूमने की संपूर्ण जानकारी - Best tourist places to visit in Jhansi in hindi

इस बात को आप इस आलेख में पढ़ सकते है आइए जानते हैं कि झांसी शहर को यह नाम कैसे मिला। 

झांसी  की परिचय - Tourist places in Jhansi in Hindi: 

  • झांसी एक ऐसा पर्यटक स्थल है जो अपने इतिहास के लिए जाना जाता है। हम सभी वाकिफ हैं कि यह स्थल रानी लक्ष्मीबाई के इतिहास को और उनकी वीरता को बखूबी बयां करता है | 
  • यह उत्तर प्रदेश के दक्षिण में बहने वाली बेतवा नदी के किनारे पर मौजूद है। 
  • झांसी में रानी लक्ष्मीबाई की वीरता के किस्से गली गली में गूंजते हैं। इसी वजह से यह स्थल ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद समृद्ध शहरों में से एक है। 
  • इतिहास प्रेमी इस शहर में आकर अतीत के बहुत से पन्नों को पलटने का प्रयास करते हैं |
  • कुल मिलाकर झांसी शहर में मौजूद सभी ऐतिहासिक स्थल मंदिर पार्क इत्यादि इसको एक बहुत ही मनोरम पर्यटक स्थल बना देते हैं जो आपकी यात्रा को बहुत ही सुगम बना देगा। आइए इस शहर को और नजदीकी से जानते हैं।
  • इतिहास को खंगाले तो झांसी में एक राजा हुआ करते थे राजा वीर सिंह देव जिनका एक किला था जिसका नाम था झांसी। यह शहर उसके किले के नाम से बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हुआ और उसके बाद इस शहर का नाम भी उसी किले के नाम पर पड़ गया।
  •  रानी लक्ष्मीबाई और झांसी के किले के अलावा इस शहर में ऐसा और भी बहुत कुछ है जो आपको इस शहर के और भी करीब ला देगा।

झांसी का इतिहास - History of Jhansi in Hindi :

  • झांसी का इतिहास 18 वीं शताब्दी से प्रारंभ होता है। जैसा कि हमने पीछे बताया कि झांसी को यह नाम राजा वीर सिंह देव के झांसी किले से मिला। 
  • इससे पहले इस शहर का नाम बलवंत नगर था जहां पर चंदेला राजवंशों का राज था। 
  • सन 1842 में मणिकर्णिका की शादी राजा गंगाधर राव से हुई जिसके उपरांत मणिकर्णिका का नाम रानी लक्ष्मीबाई बन गया। 
  • अंग्रेजों का आगमन और राजा गंगाधर राव के देहांत ने रानी लक्ष्मीबाई को तलवार उठाने पर मजबूर कर दिया। 
  • लॉर्ड डलहौजी के कानून के चलते रानी लक्ष्मीबाई को भी सन 1857 की क्रांति में शरीक होना पड़ा |
  • उन्होंने ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़ाई की और 1858 में अपना जीवन बलिदान कर दिया।
  • यह शहर आज भी रानी लक्ष्मीबाई के उस बलिदान की कहानी को बयां करता है। 
  • सन 1861 में झांसी शहर और झांसी का यह किला अंग्रेजों द्वारा जयाजीराव सिंधिया को दे दिया गया।

झांसी में घूमने के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल - Jhansi Mein top 10 Ghumne Ki Sabse Acchi Jagah :

झांसी में घूमने की सबसे अच्छी पर्यटक स्थल के बारे में बता रहे हम अपने सुविधानुसार इन जगहों पर घूम सकते हैं |

1.झांसी फोर्ट - Jhansi Fort in Hindi :

  • झांसी फोर्ट के आधार पर ही झांसी को यह नाम मिला। इस किले का भी एक ऐतिहासिक महत्व है 
  • सन 1857 में ईस्ट इंडिया कंपनी की तरफ से लड़े गए संग्राम में इस किले का महत्वपूर्ण योगदान था। 
  • इस किले के भीतर एक म्यूजियम मौजूद है। इसके अतिरिक्त इस किले में स्वाधीनता संग्राम में शरीक हुए शहीदों को श्रद्धांजलि देने हेतु युद्ध स्मारक भी है 
  • इसके अलावा इस किले में रानी लक्ष्मी बाई पार्क भी है जो झांसी की रानी के बलिदान की स्मृति में निर्मित करवाया गया है। 
  • किले की संरचना बेहद आकर्षक है और इतिहास प्रेमियों को अपनी ओर खींचती है।

झांसी फोर्ट का समय - Timing to visit Jhansi Fort in Hindi :

झांसी किले में घूमने का समय सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक है। 

झांसी फोर्ट का प्रवेश शुल्क - Entry fees for Jhansi Fort in Hindi : 

झांसी फोर्ट में प्रवेश शुक्ल भारतीय पर्यटकों के लिए ₹5 विदेशी पर्यटकों के लिए ₹200 है।

2. झांसी संग्रहालय - Jhansi museum in Hindi : 

  • राजकीय संग्रहालय झांसी भारत के प्रमुख योजनाओं में से एक है। इसे झांसी म्यूजियम के नाम से भी जाना जाता है। यह संग्रहालय रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान को याद करने हेतु बनवाया गया है।
  • यह इसके अतिरिक्त झांसी के इतिहास को भी दर्शाता है। यह म्यूजियम महत्वपूर्ण कलाकृतियों, चित्रकारी, मूर्तिकला को प्रदर्शित करता है

झांसी म्यूजियम का समय - Timings of Jhansi museum in Hindi :

झांसी म्यूजियम का समय सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक है।

झांसी म्यूजियम का प्रवेश शुल्क - Entry fees for Jhansi museum in Hindi : 

प्रवेश शुल्क भारतीय पर्यटकों के लिए ₹5 विदेशी पर्यटकों के लिए 25 ₹ है।

3. रानी महल झांसी - Rani Mahal of Jhansi in Hindi : 

  • यह झांसी शहर का एक बहुत ही रोचक ऐतिहासिक स्थल है। इस महल का निर्माण नेवल कल परिवार के रघुनाथ द्वितीय द्वारा करवाया गया था। यह एक शाही महल है। 
  • मूल रूप में रानी महल झांसी की रानी का निवास स्थान हुआ करता था इसके चलते यह और भी लोकप्रिय हो गया है।
  • अंग्रेजो के खिलाफ हुए संग्राम में रानी महल को बहुत बड़ी क्षति पहुची।  इसके बाद इसके शेष हिस्सों को संरक्षित रखने के लिए इसको एक संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया है। 
  • अब इस रानी महल का सरोकार रानी लक्ष्मी बाई के जीवन की झांकियों से है। 
  • इस महल की महीन वस्तु कला बेहद सराहनीय है वस्तु कला प्रेमी इसकी एक-एक बारीकी को यहां पर आकर देख सकते हैं।
  • इस महल की संरचना पर यदि विचार करें तो हम पाएंगे कि यह एक दो मंजिला इमारत है जिसमें 6 हाल है इसमें एक प्रसिद्ध दरबार हॉल भी मौजूद है।

रानी महल का समय -Timings of Rani Mahal in Hindi :

रानी महल में घूमने का समय सुबह 7:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक है

रानी महल का प्रवेश शुल्क - Entry fees of Rani Mahal in Hindi :

₹25 प्रति व्यक्ति इस महल का प्रवेश शुल्क है

4. राजा गंगाधर राव की छतरी, झांसी - Gangadhar Rao ki Chatri Jhansi in Hindi :

  • यह एक बहुत ही लोकप्रिय स्थल है। इसका सरोकार रानी लक्ष्मी बाई के पति राजा गंगाधर राव से है। 
  • ऐतिहासिक दृष्टि से यह पर्यटक स्थल बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस ऐतिहासिक छतरी का निर्माण रानी लक्ष्मीबाई ने अपने पति राजा गंगाधर राव के निधन के बाद करवाया। 
  • यह छतरी उनके सम्मान का प्रतीक है। इसके साथ-साथ आज यह झांसी की एक सांस्कृतिक धरोहर बन चुकी है।

राजा गंगाधर राव की छतरी का समय - Timings to visit Gangadhar Rao ki Chhatri in Hindi :

सुबह 9:00 बजे शाम 6:00 बजे के बीच इस स्थल में जाया जा सकता है।

राजा गंगाधर राव छतरी का प्रवेश शुल्क - Entry fees for Gangadhar Rao ki Chhatri in Hindi :

₹200 प्रति व्यक्ति इसका प्रवेश शुल्क है।

5. सेंट जूड चर्च झांसी - Saint jude Church Jhansi in Hindi :

  • यह एक बेहद ही आकर्षक गिरजाघर है। 
  • यह सेंट जूड थाडस को समर्पित करके निर्मित करवाया गया है। 
  • इसका निर्माण फ्रांसीसी जेवियर फेनेच ने किया था। यह कैथोलिक समुदाय के लिए एक बड़ा आकर्षक स्थल है। 
  • इस चर्च में मनाया जाने वाला वार्षिक पर्व महत्वपूर्ण है जो 28 अक्टूबर को मनाया जाता है। 
  • इस समय भारी मात्रा में पर्यटक इस चर्च में आते हैं। चर्च में प्रवेश हेतु कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
  •  यह चर्च सुबह 7:00 से 10:00 बजे तक खुला रहता है।

6. करगुवां जैन मंदिर, झांसी - Karguvanji Jain Temple jhansi in hindi :

  • यह जैन मंदिर झांसी के एक लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर प्रमुख रूप से दिगंबर जैन के लिए है।
  •  इस मंदिर का इतिहास लगभग 700 साल पुराना माना जाता है। 
  • ना केवल जैन तीर्थयात्री बल्कि अन्य पर्यटक भी इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की एक सुंदर मूर्ति मौजूद है। 
  • इस मंदिर का माहौल बेहद आध्यात्मिक है।

करगुवां जैनमंदिर का समय - Timings to visit Saint jude Shrine in Hindi :

 सुबह 7:00 बजे से 6:00 बजे तक इस मंदिर के दर्शन उपलब्ध हैं।

7. बरुआ सागर झांसी - Barua Sagar Jhansi in Hindi :

  • बरुआसागर झांसी में एक बेहद शांत स्थल है। 
  • यहां पर आकर पर्यटकों को मनोरम दृश्य मिल सकता है। 
  • इसकी प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ यह स्थल ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। 
  • यहां पर अतीत के कई अवशेष पाए गए हैं जिसके आधार पर झांसी के इतिहास का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस सागर के किनारे पर्यटक अपनी एक बेहद मनोरम शाम बिता सकते हैं।

8. महालक्ष्मी मंदिर झांसी - Mahalaxmi Mandir in Jhansi in Hindi : 

  • झांसी में मौजूद महालक्ष्मी मंदिर ताल झील के किनारे पर स्थित है। 
  • यह झांसी के सर्वाधिक लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में देवी लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है।
  • बाहर से आने वाले पर्यटकों के साथ-साथ यह मंदिर स्थानीय लोगों में भी लोकप्रिय है।
  • लक्ष्मी मां के भक्त इस मंदिर में आना पसंद करते हैं। परिवार के साथ घूमने के लिए यह मंदिर एक उत्तम जगह है 
  • इस मंदिर की वस्तु कला और नक्काशी बेहद बारीक है और साथ ही इस मंदिर में सुशोभित देवी-देवताओं की मूर्तियां इसके सौंदर्य को दुगुना बढ़ा देती है।
  • यदि आप माता लक्ष्मी जी के भक्त हैं तो इस मंदिर में जाना ना भूले।

9. हर्बल गार्डन झांसी - Herbal garden Jhansi in Hindi : 

  • झांसी का यह हर्बल गार्डन औषधीय पौधों से ओतप्रोत है। इस हर्बल गार्डन का नाम बुंदेलखंड में पाए जाने वाले सफेद बाघों के नाम पर रखा गया है। 
  • इस हर्बल गार्डन में प्राकृतिक सुंदरता दूर-दूर तक फैली हुई है। इसमें औषधीय जड़ी बूटियों की लगभग 20,000 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
  • यह गार्डन शांत समय बिताने के लिए एक आकर्षक केंद्र है। यदि आप औषधीय जड़ी बूटी के विषय में जानने में रुचि रखते हैं तो इस हर्बल गार्डन में जरूर जाएं और इस स्थल की शादी को महसूस करें।

हर्बल गार्डन में जाने का समय -Timings to visit herbal garden in Hindi :

यह गार्डन सुबह 6:00 से शाम के 6:00 बजे तक खुला रहता है।

10. पंचतंत्र पार्क झांसी - Panchtantra Park Jhansi in Hindi :

  • अपने मूल रूप में पंचतंत्र पार्क बच्चों के लिए निर्मित किया गया है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह पार्क विष्णु शर्मा द्वारा लिखित 'पंचतंत्र' पुस्तक पर आधारित एक थीम पार्क है जिसमें जानवरों पर आधारित स्लाइड्स व झूले हैं। 
  • बच्चों के अलावा इस पार्क में वयस्कों के लिए भी जोगिंग ट्रैक उपलब्ध है। 
  • एक अच्छा खासा फैमिली टाइम बिताने के लिए यह पाक एक बेहद सुंदर विकल्प हो सकता है। 
  • पिकनिक मनाने के लिए भी यह एक बेहतरीन स्पॉट है।

पंचतंत्र पार्क का समय - Timings of Panchatantra Park in Hindi :

पंचतंत्र पार्क सुबह 6:00 से रात के 8:00 बजे तक खुला रहता

पंचतंत्र पार्क का प्रवेश शुल्क - Entry fees for Panchtantra Park in Hindi :

₹20 प्रति व्यक्ति इस पार्क का प्रवेश शुल्क है।

झांसी घूमने का उत्तम समय - Best time to visit Jhansi in Hindi :

  • झांसी जैसे शहर में मौसम की जानकारी के अनुसार जाना ज्यादा बेहतर होता है। पर्यटक यदि झांसी शहर में जाने का विचार बना रहे हैं तो वहां जाने का उत्तम समय भी देखें। 
  • मार्च के बाद झांसी में गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है जिसके चलते वह घूमना असुविधाजनक हो जाता है।
  • इसलिए पर्यटककों को यह सलाह दी जाती है कि वे झांसी में अक्टूबर से मार्च तक का कोई समय तय कर वहां घूमने जाएं। 
  • ऐसे में उनको वहां एक शीतल मौसम मिलेगा जिससे उनकी यात्रा और भी सुंदर हो जाएगी।

झांसी कैसे पहुंचे - How to reach Jhansi in hindi :

दोस्तों आप झांसी अपने सुविधानुसार बस ,ट्रेन अथवा फ्लाइट के द्वारा पहुंच सकते हैं | 

हवाई मार्ग से झांसी कैसे पहुंचे - How to reach Jhansi by flight in Hindi : 

पाठकों को यह जानकारी होनी चाहिए कि झांसी का अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है इसलिए यदि वे फ्लाइट के जरिए झांसी घूमना चाहते हैं तो वे झांसी का निकटतम एयरपोर्ट ग्वालियर एयरपोर्ट में जाएं वहां से झांसी 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एयरपोर्ट से झांसी जाने के लिए टैक्सी उपलब्ध है।

ट्रेन के जरिए झांसी कैसे पहुंचे - How to reach Jhansi by train in Hindi : 

रेल मार्ग से झांसी पहुंचना ज्यादा सुविधाजनक है। झांसी का अपना रेलवे स्टेशन मौजूद है जो भारत के बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।

सड़क मार्ग से झांसी कैसे पहुंचे - How to reach Jhansi by road in Hindi : 

यदि आप ड्राइव करके या बस के जरिए झांसी जाना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि सड़क मार्ग से झांसी पहुंचना बहुत ही आसान है। इसके लिए टैक्सी और बस की सुविधा सहज उपलब्ध है।