औरंगाबाद केव घूमने की जानकारी - Aurangabad Caves in Hindi
सभी पाठकों को हमारा नमस्कार। आज हम अपने इस लेख के जरिये औरंगाबाद में स्थित और ऐतिहासिक गुफाओं की सैर तो कराएँगे ही साथ ही संपूर्ण जानकारी भी आपके साथ साँझा करेंगे। इस अद्भुत और अनोखी सैर और संपूर्ण जानकारी के लिए लेख को अंत तक ज़रूर पढ़ियेगा।

मैं अपने पाठकों को एक बात बताना चाहती हूं की औरंगाबाद में अजंता तथा एलोरा के अलावा औरंगाबाद में एक और गुफा है जिसे “औरंगाबाद केव” के नाम से जानते हैं यह गुफा बीवी के मकबरा के पास स्थित है | इस लेख में हम औरंगाबाद केव की जानकारी दे रहे हैं |
औरंगाबाद गुफा की जानकारी - Aurangabad Caves in Hindi :
- महाराष्ट्र राज्य के औरंगबाद शहर की सिहाचल रेंज में स्थित ऐतिहासिक 12 गुफाएँ यहाँ के इतिहास और अद्भुत विरासत का प्रतीक हैं। ये 12 रॉक कट गुफाएँ बौद्ध धर्म और अन्य पौराणिक शिललेखों का समृद्ध खजाना है।
- ये गुफाएँ शहर से लगभग 9 कि.मी. की दूरी पर स्थित हैं। यदि आप इतिहास, बौद्ध दर्शन और पौराणिक तथ्यों और कलाकृतियों को देखने के शौकीन हैं तो औरंगाबाद की गुफाएँ आपके लिए बिलकुल उपयुक्त स्थान हैं।
औरंगाबाद गुफा का इतिहास - Aurangabad Caves history in Hindi
- औरंगाबाद की ये गुफाएँ रॉक-कट संरचना का अद्भुत नमूना हैं जो नरम बेसाल्ट चट्टानों से बनी हैं। इनकी बनावट और संरचना के आधार पर ही इनकी उत्पत्ति का समय 6-7वीं शताब्दी का बताया जाता है। इन गुफाओं की जानकरी महाराष्ट्र के एक और गुफा समूह ‘कन्हेरी’ में भी मिलता है।
- इन गुफाओं की दीवारों पर बौद्ध धर्म की कई वास्तुकलाएँ चित्रित हैं और साथ ही बौद्ध कोशिकाएँ भी निर्मित हैं जिन्हें ‘विहार’ कहा जाता है। साथ ही हिन्दू धर्म के देवता गणेश और माँ दुर्गा के चित्रों के आलावा कई बारीक नक्काशियों और प्राचीन मूर्तियों को देखने का आनंद भी आप यहाँ उठा सकते हैं।
- माना जाता है कि औरंगाबाद की गुफाओं का प्रयोग बौद्ध भिक्षुक अपने विहार और तंत्र-मंत्र की विद्याओं और सिद्धि के लिए किया करते थे।
औरंगाबाद गुफा की विशेषता - Famous of Aurangabad Caves in Hindi :
- औरंगाबाद की इन गुफाओं की पहली विशेषता तो यह है कि ये गुफाएँ नरम और आकर्षित बेसाल्ट की चट्टानों के रॉक-कट डिजाइन का अद्भुत नमूना है।
- इन गुफाओं की अंदरूनी दीवारों पर बौद्ध धर्म के आरंभिक चित्र और कलाकृतियाँ अंकित हैं।
- यहाँ मौजूद 12 गुफाओं को तीन भागों में बाँटा गया है- 1-5 पश्चिमी समूह, 6-7 पूर्वी समूह और 7-12 उत्तरी समूह कहलाता है।
- इन गुफाओं के न. इनके बाहर संख्यात्मक रूप में अंकित हैं।
- सभी गुफाओं में से गुफा न. 3 सबसे बड़ी गुफा है जिसमें चार बड़े स्तम्भों से बना एक बरामदा और एक बड़े हॉल के बीच एक बेहद खुबसूरत मंदिर स्थापित है।
- गुफा न. 7 सभी गुफाओं में से सबसे विकसित और समृद्ध गुफा है, जहाँ चारों तरह दो सेल, दो पायलट, और चार स्तंभ हैं। इसके अलावा इस गुफा की दीवारों पर नंदिकेश्वर, अलोकितेश्वर, गणेश, मंजुश्री और कई आनी बौद्ध धर्म के देवताओं के चित्र भी अंकित हैं।
- इन सभी गुफाओं में बुद्ध की विशाल प्रतिमा अलग-अलग मुद्राओं में विराजमान है।
- गुफाओं के दरवाजों पर हड़ताली फूलों की डिजाइनिंग भी देखने को मिलती है।
- इन गुफाओं की कलाकृति हीनयान शैली के स्तूप, महायान और वज्रयान शैली से संबंधित हैं।
औरंगाबाद गुफाओं का संरक्षण - Conservation of Aurangabad Caves in Hindi :
- यूनेस्को द्वारा सूचीबद्ध की कई अजंता और एलोरा की गुफाओं के साथ औरंगाबाद की गुफाओं की समानता ग्रहण करने के बाद आज औरंगाबाद की इन गुफाओं को एक संरक्षित स्मारक बना दिया गया है। साथ ही इन गुफाओं का संरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई) द्वारा किया जाता है।
- औरंगाबाद की सुंदर पहाड़ियों पर स्थित ये रॉक-कट गुफाएँ अद्भुत वास्तुकला और कलाकृति के कारण यह पर्यटन का शीर्ष स्थान बना हुआ है। इसलिए यदि आप भी इतिहास और कलाकृति प्रेमी हैं तो ये गुफाएँ आपके लिए बेहद अनोखा अनुभव लिए हुए हैं जिनकी यात्रा करना बेहद सुखद होगा।
- साथ ही इन गुफाओं से कुछ कि.मी. की दूरी पर बाबा साहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, सोनारी महल, और बीबी का मकबरा भी स्थित है। इसलिए औरंगाबाद की गुफाओं के साथ आप इन स्थानों को देखने का आनंद भी उठा सकते हैं।
औरंगाबाद में कुल कितनी गुफा है - How many caves in Aurangabad :
- औरंगाबाद में मुख्य रूप से गुफा इस प्रकार है- एलोरा की गुफाएं , अजंता की गुफाएं और औरंगाबाद शहर में औरंगाबाद गुफा के नाम से फेमस है |