संभल में घूमने लायक जगह -Top Places to visit in Sambhal in hindi

प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे इस नए लेख में , इस लेख में हम उत्तर प्रदेश का संभल जिला घूमने की जानकारी देंगे अतः आपसे अनुरोध है कि हमारे इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ें | 

संभल में घूमने लायक जगह -Top Places to visit in Sambhal in hindi

संभल जिला में घूमने की परिचय - Famous Places of Sambhal in Hindi

  • संभल उत्तर प्रदेश राज्य का एक जिला है | संभल शहर का संस्थापक पृथ्वीराज चौहान को माना जाता है इतिहासकारों के अनुसार | दोस्तों संभल का एक अपना इतिहास रहा है ,यह कई शासकों का घर पर रहा है | संभल मुरादाबाद मंडल के अंतर्गत आता है |संभल में 68 तीर्थ स्थल है तथा 19 कुआं है |इसे सतयुग में “सत्यव्रत” त्रेता युग में “महदगिरि” द्वापर में “पिगल” तथा कलयुग में संभल के नाम से जाना जाता है |

  • यहां पर प्रत्येक वर्ष कार्तिक शुक्ल चतुर्थी व पंचमी को मेले का आयोजन किया जाता है | 28 सितंबर 2011 को राज्य के 3 नए जिलों में से एक ही रूप में घोषित किया गया था | इससे पहले भीमनगर नाम दिया गया था| संभल जिले का मुख्यालय बहजोई है। संभल नई दिल्ली से 158 किलोमीटर और राज की राजधानी लखनऊ से पूर्व की ओर 355 किलोमीटर की दूरी पर है | संभल जिला बुलंदशहर, मुरादाबाद, अमरोहा ,बदायूं और रामपुर जिले से अपनी सीमाएं छूता है | संभल एक छोटा सा शहर है लेकिन पर्यटन स्थलों में इसकी उचित हिस्सेदारी है | पहली बार बाबर ने मस्जिद का निर्माण संभल शहर में किया था | 

संभल का इतिहास - History of Sambhal in Hindi:

  • यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल संभल का एक समृद्ध इतिहास रहा है | दोस्तों पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व के समय संभल पंचाल शासकों का घर भी था और कुछ समय बाद राजा अशोक के साम्राज्य का एक हिस्सा था |  दोस्तों यहां पर बाबर ने एक बाबरी मस्जिद का निर्माण भी करवाया था जो इस समय जमा मस्जिद के नाम से जाना जाता है |

  • वर्तमान समय में यह एक ऐतिहासिक स्मारक बन गया है,कुछ समय बाद बाबर ने अपने पुत्र हुमायूं को संभल का गवर्नर भी बनाया था | इतिहासकारों का मानना है कि अकबर के शासन काल में बहुत विकास हुआ था लेकिन जब शाहजहां ने शहर की कमान को संभाला तो उसमें लोकप्रियता में कमी आ गई |

संभल में घूमने लायक जगह - Famous Places Visit in Sambhal in Hindi:

  • दोस्तों यदि आप संभल जाने का आपको मौका मिल रहा है तो आप संभल में इन सब जगहों पर आप घूम सकते हैं जो इस प्रकार हैं - 

मनोकामना मंदिर - Manokamna Temple Sambhal in Hindi :

  • मनोकामना मंदिर संभल का एक लोकप्रिय मंदिर है | इस मंदिर में बाबा राम मणि की समाधि बनी हुई है | स्थानीय लोग बाबा राम मणि को एक महान संत के रूप में मानते थे | स्थानीय लोग बताते हैं कि उन्होंने कई बीमारियों के लोगों को ठीक किया है और साथ ही अत्यंत दयालु जीवन जिया करते थे |

  • यहां पर दूर-दूर से प्रार्थना करने के लिए इस मंदिर पर आते रहते हैं | दोस्तों इस मंदिर परिसर में एक तालाब है जो हनुमान मंदिर, राम सीता मंदिर और देवी जी मंदिर जैसे अन्य छोटे-बड़े मंदिरों से घिरा हुआ है | यहां पर हर साल एक भंडारे का आयोजन भी किया जाता है , हर साल 8 जनवरी को आयोजन किया जाता है |

संभल में श्री कल्कि विष्णु मंदिर - Sri Kalki Vishnu Temple Sambhal in Hindi:

  • भगवान विष्णु का “कल्कि” अवतार पुराणों में बताया गया है कि कलयुग के अंत में भगवान के अवतार संभल में लेंगे |यह अवतार भगवान विष्णु का दसवां अवतार होगा | अभी कलयुग का आधा समय बीता है इसलिए अवतार लेने में काफी समय है | अभी अवतार हुआ नहीं है लेकिन इनका मंदिर संभल में बन चुका है यदि आप दर्शन करना चाहते हैं तो यहां पर जा सकते हैं |

संभल की घंटा घर - Ghanta Ghar Sambhal in Hindi:

  • घंटाघर संभल का एक मार्केट भी है | लाल और सफेद रंग का इमारत है जिसमें चारों तरफ से घड़ी लगी हुई है | दोस्तों बिग बेन से लेकर मक्का क्लॉक टावर तक विजेता और एलिजाबेथन शैली के प्रदर्शन का समय हमेशा एक बहुत लोकप्रिय रही है | यहां आप घूमने जा सकते हैं | 

संभल की तोता मैना की कब्र - Tota Maina ki kabr Sambhal in Hindi :

  • दोस्तों संभल में स्थित तोता मैना की कब्र एक रहस्यमई कब्र है| जिसके बारे में लोगों का कहना है कि तोता मैना की मजार का इतिहास लगभग 1000 साल से ज्यादा पुरानी है | इतिहासकारों के अनुसार कहा जाता है कि पृथ्वीराज चौहान इस जंगल में तोता मैना के जोड़ों को देखकर बहुत खुश होते थे और वह अक्सर उन्हें देखने आते थे एक दिन उन्होंने देखा कि जब तोता मैना नहीं रहे तो राजा ने उनकी याद में यहा मजार बनवा दी साथ ही उनके कहानियों को इसके ऊपर दर्ज करवा दिया लेकिन इस कब्र के ऊपर क्या लिखा है , आज तक कोई पढ़ नहीं पाया हिंदी अरबी उर्दू और न जाने अन्य भाषाओं के लोगों ने इसे समझने का कोशिश की पर यह बात किसी को समझ में नहीं आई | 

संभल की तुर्को वाली मस्जिद - Turko wali Masjid Sambhal in Hindi :

  • जैसा कि संभल पहले तुर्की और मुस्लिम शासकों के द्वारा कब्जे में होने के कारण इस शहर में लगभग 70 % आबादी मुस्लिम है इसलिए यहां पर ज्यादातर आपको मस्जिद दिखाई देंगे |दोस्तों तुर्की वाली मस्जिद संभल में एक लोकप्रिय मस्जिद में से है इसमें आपको अद्भुत वास्तुकला दिखाई देती है जो लोधी और मुगल साम्राज्य की याद दिलाती है | 

संभल की केला देवी मंदिर - Kela devi temple Sambhal in Hindi : 

  • दोस्तों भारत में कैला देवी मंदिर का एक बहुत पुराना इतिहास रहा है | हमारे देश में मां केला के दो मंदिर बने हुए हैं |पहला राजस्थान में और दूसरा उत्तर प्रदेश के संभल में बना है | मंदिर क्षेत्र में स्थित बरगद का पेड़ का बहुत महत्व है स्थानीय लोगों के अनुसार कहा जाता है कि यह बरगद का पेड़ 700 साल पुराना है | मेरे प्यारे दोस्तों सोमवार को यदुवंश कुलदेव की मां कैला देवी का दर्शन का विशेष महत्व माना जाता है | 

संभल जिला की जानकारी - Basic information Of Sambhalin Hindi:

  • संभल जनपद 245.30 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है| संभल जनपद के पूरब में बदायूं पश्चिम में बुलंदशहर उत्तर में अमरोहा मुरादाबाद एवं रामपुर जनपद दक्षिण में अलीगढ़ जनपद है | जनपद में 3 तहसीलें हैं | संभल चंदौसी व गुन्नौर , जो आठ विकास खंडों में बांटे गए हैं | वह विकासखंड इस प्रकार हैं संभल ,असमोली, पवासा ,बनिया खेरा ,बहजोई ,रजपुरा , जुनवाई एवं गुन्नौर | जनपद में कुल गांव की संख्या 1022 है | जिसमें संभल तहसील में सबसे ज्यादा 399 गांव ,गुन्नौर में 383 राजस्व गांव है जबकि चंदौसी त में 240 है | 

  • जनपद में कुल ग्राम पंचायतों की संख्या 556 थी | लेकिन हाल फिलहाल में नई सर्वे के बाद 113 ग्राम पंचायतों का गठन हुआ है | इसके बाद अब ग्राम पंचायतों की संख्या 556 से बढ़कर 669 हो गई है वहीं संभल में तीन नगर पालिका परिषद हैं जो इस प्रकार हैं बहजोई संभल चंदौसी | संभल जनपद का लिंगानुपात 889 है मतलब यहां प्रति 1000 पुरुषों की संख्या पर 11 महिलाएं कम जन्म लेती है |

संभल जिला में प्रसिद्ध व्यापार - Famous Business in Sambhalin Hindi:

  • संभल अपने हस्तशिल्प उत्पाद के लिए विदेशों तक मशहूर है यहां निर्मित किए गए हार्मोन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी निर्यात किया जाता है |संभल के कारीगरों को विश्व स्तर पर बेहतरीन सामान के उत्पादन के लिए जाना जाता है |संभल में हस्तशिल्पयों की बनाई हुई शानदार ज्वेलरी को पूरी दुनिया में पहना जाता है | इनकी विशेषता यह है कि यह ज्वेलरी देखने में आकर्षक होते हैं और इनका काम काफी कम दाम होता है | यहां जानवरों के सिंह की हड्डी से बनाए जाने वाले तमाम ज्वेलरी अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते हैं |

  • दोस्तों संभल जनपद अपने खानपान के लिए भी काफी प्रसिद्ध है| चंदौसी में बनी गजब के दीवाने विदेशों तक हैं यहां गजब की 20 -25 वैरायटी का निर्माण किया जाता है | गजब के कारोबार में चंदौसी के करीब 200 लोगों को रोजगार मिला हुआ है | जहां की बनी गजब भारत के कई राज्यों में काफी ज्यादा पसंद की जाती है | उत्तर प्रदेश के सबसे प्राचीन शहरों में गिना जाता है लेकिन विकास के स्तर पर देखा जाए तो यह जनपद उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े जिलों में खड़ा मिलता है |


संभल कैसे पहुंचे हैं - How To Reach Sambhal in Hindi :

  • मुरादाबाद से संभल की दूरी लगभग 38 किलोमीटर है |चंदौसी से लगभग 28 किलोमीटर है | तो आप अगर इन सब जगह पर अगर आप पहुंच जाते हैं तो आराम से आप संभल पहुंच जाएंगे |