पुणे में घूमने के लिए पर्यटन स्थल - Tourist Places in Pune in Hindi

प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे इस नए लेख में इस लेख में हम पुणे यात्रा करने की संपूर्ण जानकारी देंगे अतः आपसे अनुरोध है कि हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें | 

पुणे में घूमने के लिए पर्यटन स्थल - Tourist Places in Pune in Hindi
पुणे में घूमने के लिए पर्यटन स्थल - Tourist Places in Pune in Hindi
पुणे में घूमने के लिए पर्यटन स्थल - Tourist Places in Pune in Hindi

 पुणे में घूमने की जगह - Pune Tourist Places in Hindi:

पुणे आठवा सबसे बडा महानगर है| भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित यह शहर महान मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य से भरे जीवन और अपने इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यहां उपस्थित अनेकों पर्यटक स्थल आपको यहां के इतिहास से जोड़ते हैं । इसीसे मिलती-जुलती जानकारी हम आपको उपलब्ध कराएंगे।

पुणे का इतिहास - Pune history in hindi :

पुणे भारत देश के राज्य महाराष्ट का दूसरा सबसे बड़ा और प्रमुख शहर है। पुणे शुरू से ही विभिन्न शासनों के शासन का गढ़ बना रहा। पहले 758 में यहां राष्ट्रकूटों ने शासन किया फिर यादव वंश का शासन आया इनके बाद 17 वी शताब्दी के मध्य तक मुगलों ने पुणे पर शासन किया। मराठा शासक शिवजी के कारण पुणे सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध हुआ। शिवजी ने अपना बचपन पुणे में 'लाल महल' में बिताया जो उनके पिताजी शाह जी द्वारा बनाया गया था। इस महल में शिवजी की माँ जीजाबाई एक दशक तक रहीं।1680 में शिवजी जी मृत्यु के बाद औरंगज़ेब ने पुणे के नाम मुहियाबाद कर दिया। इसके बाद 1720 से 1740 तक दूसरे पेशवा थोराल (वरिष्ठ) बाजीराव ने पुणे पर शासन किया इस दौरान दोबारा पुणे को महत्व मिला। 1740 से 1761 तक नानासाहेब पेशवा के शासन में पुणे को विकास मिला। कई परिसर और मंदिरों का निर्माण किया गया जिससे पुणे शहर को गौरव मिला। 1818 तक मराठों ने पुणे पर शासन किया और उससे विकसित किया। आज पुणे भारत का 8वा सबसे प्रसिद्ध शहर है।

पुणे के इतिहास के बाद वहां की प्रसिद्ध जगहों की जानकारी -

1. पुणे की शनिवार वाडा पैलेस - Shaniwar Wada Palace Pune in Hindi :

मराठा साम्राज्य में पेशवा बाजीराव ने 1732 में शनिवार वाड़ा का निर्माण करवाया था। मराठी में शनिवार वाड़ा का मतलब शनिवार और वाड़ा मतलब टीक होता है। जब मराठाओं ने ईस्ट इंडिया कंपनी से नियंत्रण खो दिया तो मराठा युद्ध हुआ, तब मराठो ने इसका निर्माण किया था। शनिवार वाड़ा से संबंधित अनेक घटनाएं और दुर्घटनाये हैं। शनिवार वाडा में पांच द्वार हैं:-१. दिल्ली दरवाज़ा (यह परिसर का मुख्य दरवाज़ा है जो उत्तर दिशा की ओर है।) २.मस्तानी दरवाज़ा (बाजीराव की पत्नी मस्तानी ने महल के बाहर जाने के लिए इस दरवाज़े का प्रयोग किया था यह उत्तर की ओर है।) ३.खिदकी दरवाज़ा (खिड़की गेट) (पूर्व की ओर है) ४. गणेश दरवाज़ा (यह दरवाज़ा महिलाओं द्वारा पास के कस्बा गणेश मंदिर में जाने के लिए किया जाता था यह दक्षिण-पूर्व की ओर है।) ५. जम्भूल दरवाज़ा या नारायण दरवाज़ा ( बाजीराव इस दरवाजे को किले में प्रवेश करने और छोड़ने के लिए करते थे)। शनिवार वाडा की शान की लोकप्रियता इतनी है कि कई फिल्मों में भी इसे दर्शाया गया है जैसे बाजीराव मस्तानी, पानीपत आदि।

2. पुणे की आगा खान पैलेस - Aga khan Palace Pune in Hindi :

सुल्तान मोहम्मद शाह आगा खां द्वितीय ने 1892 में आगा खां पैलेस बनवाया। यह भवन 19 एकड़ में फैला हुआ है जिसमे 7 एकड़ में भवन का निर्माण किया गया है। इस महल को बनाने में पांच वर्ष का समय लग था। यह पुणे के येरावड़ा में स्तिथ है। 1956 तक यह भवन आगा खां का महल रहा। 1969 में आगा खां चतुर्थ (जो आगा खां द्वितीय के पोते थे) ने इससे भारत सरकार को दान में दे दिया। इस महल में महात्मा गांधी , कस्तूरबा गांधी और उनके सहयोगियों को बँधी बना के रखा गया था। इसी महल में कारावास के दौरान ही कस्तूरबा गांधी और महादेव देसाई की मृत्यु हुई थी। इस महल का एक हिस्सा इन्ही दोनों को समर्पित है। सही मायनों में इस महल को गांधी स्मारक के रूप में देखा जाता है। 

3. पुणे की  दगडूशेठ हलवाई मंदिर - Dagdusheth Halwai Temple Pune in Hindi : 

श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई मंदिर पुणे में स्तिथ प्राचीन गणपति मंदिर है। यह मंदिर महाराष्ट्र का सुप्रसिद्ध मंदिर है। हर साल अनेक भक्तजन यहां आ गणपति के दर्शन करते हैं। भारत की बड़ी बड़ी हस्तियां भी हर साल गणेशोत्सव में यहां आ दर्शन करने का आंनद प्राप्त करती हैं। मंदिर का निर्माण इतना सुंदर है कि गणेश की मूर्ति के साथ मंदिर की अन्य कार्यवाहियों से भी नज़र हटाये नही हटती। गणेश प्रतिमा 2.2 मीटर लंबी है और लगभग 40 किलो सोने से सजी हुई है। गणेश उत्सव के दौरान तो मंदिर का रूप और अधिक आकर्षित करता है। दगड़ूशेठ मंदिर की देख रेख श्रीमंत दगड़ूशेठ ट्रस्ट करता है। 2017 में इस मंदिर के 125 साल पूरे हुए । यह बात इसकी प्राचीनता को सिद्ध करती है।

4. पुणे की ओशो आश्रम - Osho Ashram Pune in Hindi:

पुणे के कोरेगांव में ओशो आश्रम की स्थापना रजनीश ओशो द्वारा हुई। यहां ओशो की विचारधाराओं को लोगों तक पहुंचाया जाता है। यहां प्रकृति और आधुनिकता का अनूठा मेल देखने को मिलता है। आश्रम के भीतर बांस के बने कॉटेज, संगेमरमर की पगडंडियां, पाने के झरने, हरियाली, ठंडी हवा आने के लिए आकर्षित करती है। आश्रम में योग के साथ साथ चिंतन और मनन के तरीके भी सिखाये जाते हैं। ओशो के अनुसार जीवन को कैसे जिया जाए इस आश्रम में सिखाया जाता है। आश्रम के भीतर एक ड्रेस कोड भी लागू होता है। यहां आने वालों को महरून और सफेद रंग का पोशाक पहनना अनिवार्य है।

5. पुणे की राजा दिनकर केलकर संग्रहालय - Raja Dinkar Kelkar Museum Pune in Hindi :

दिनकर केलकर संग्रहालय पुणे महाराष्ट्र (1896-1990) में स्थापित किया गया। इसमे डॉ. दिनकर केलकर की वस्तुओं का संग्रह है जो उनके इकलौते बेटे राजा की याद में समर्पित है। इसका बाहरी ढांचा पूरे ज़माने की सुनहरी याद दिलाता है। वस्तुओं को एकत्र करने में उन्हें करीबन 40 साल लगे और उन्होंने अपना संग्रह पुरातत्व विभाग को सौंपा दिया। तांबे के प्राचीन बर्तन, मूर्तियां, पेशवा साम्राज्य के बहादुरों की तलवारें, वस्त्र और भी कई दिलचस्प प्राचीन वस्तुएं यह देखने को मिलेगी।

6. पुणे की  शिवनेरी किला - Shivneri Fort Pune in Hindi :

ऊंची पहाडी पर स्थित यह शिवनेरी किला महाराष्ट के पुणे जिले के जुन्नार गांव के पास स्थापित है। छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म इसी शिवनेरी किले में हुआ था। शिवजी के पिता, शाहजी बीजापुर, सुल्तान आदिल शाह की सेना में सेनापति थे, लगातार हो रहे युद्ध के कारण चिंतित शाहजी ने अपनी पति जीजाबाई को इस सुरक्षित किले में भेज दिया था। शिवजी का बचपन भी इसी महल में गुज़रा। इस गढ़ के भीतर माता शिवाई देवी का मंदिर था जिनके नाम पर शिवजी का नाम रखा गया। इस किले का मुख्य आकर्षण इसके अंदर एक मूर्ति है जो शिवजी के साथ उनकी माँ जीजाबाई की है। इस किले में प्रवेश करने के लिए सात फाटकों को पार करना पडता है। किले की ऊंची दीवारों और पहाड़ पर स्तिथ होने से पता चलता है कि इस किले की सुरक्षा पर अधिक बल दिया गया था। किले के भीतर एक तालाब भी है जिसे बादामी तालाब कहा जाता है। इसी तालाब के पास जीजाबाई और बाल शिवजी की कई मूर्तियां स्थित हैं। शिवजी के जीवन से जुड़े इस किले की सुंदरता देखते ही बनती है।

7. पुणे की  लाल महल - Lal Mehal Pune in Hindi :

पुणे में शनिवार वाडा के पास स्थित लाल महल 16 वीं शताब्दी का एक ऐतिहासिक स्थल है। असंख्य हमलों के कारण महल में बताने के लिए महत्वपूर्ण कहानियां हैं। इसे शिवाजी महाराज के पिता शाहजी भोंसले ने 1630 के दशक में अपने परिवार के रहने के लिए पहली बार बनवाया था। इमारत को नुकसान पहुंच जाने के कारण ये बहुत कुछ पहले जैसे नही रह गयी है लेकिन यह हमें इसकी विशालता पर सोचने के लिए मज़बूर लार देती है।


8. पुणे की शिंदे छत्री - Shinde Chhatri Pune in Hindi :

शिंदे छत्री पुणे के प्रचलित वेनवाड़ा में स्थित है। इसे 18वी सदी के महाड़जी शिंदे की याद में बनाया गया था जिन्होंने 1760 से 1780 तक पेशवाओ के तहत मराठा सेना के प्रमुख के रूप में कार्य किया। इसके अंदर एक शिवजी का मंदिर है जो स्वयं महाड़जी ने बनवाया था। उसी मंदिर के पास 1965 में महाड़जी शिंदे की समाधि बनाई गई। यह शहर के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है और मराठा साम्राज्य के शासन की याद दिलाता है।

9. पुणे की राष्ट्रीय रक्षा अकादमी - National Defense Academy Pune in Hindi :  

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी महाराष्ट में पुणे के करीब खड़कवासला में स्थित है। यह भारतीय सशस्त्र सेना की एक संयुक्त सेवा अकादमी है। यहां तीनो सेनाओं थलसेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेटों को उनके संबंधित सेवा अकादमी में जाने से पहले उन्हें एकसाथ प्रशिक्षित किया जाता है। अकादमी में प्रवेश यूपीएससी की लिखित परीक्षा को पास कर के ही किया जा सकता है उसके बाद ही आगे की कार्यवाही होती है। एनडीए परिसर पुणे शहर के 17 किमी दक्षिण-पश्चिम, खडकवासला झील के उत्तर-पश्चिम में स्थित है।यह बम्बई राज्य सरकार द्वारा दान की गई 8,022 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। नदी के किनारी की जगह इसके लिए चुनी गई है। इस अकादमी के परिसर अद्भुत और विशाल है। 

10. पुणे की पार्वती पहाड़ी - Parvati Hill Pune in Hindi :

पार्वती पहाड़ी पुणे का सबसे खूबरसूरत स्थान है। पहाड़ की चोटी पर एक पार्वती का मंदिर है। यह मंदिर पुणे का सबसे प्राचीन स्थल है जिसका निर्माण पेशवा वंश के शासन के दौरान हुआ था। पर्यटकों के बीच यह स्थल काफी प्रचलित है क्योंकि पहाड़ी के ऊपर से पूरे पुणे को देख जा सकता है।इस पहाड़ी पर 103 सीढ़ियां है जो मंदिर तक लेके जाती हैं। ये पहाड़ी पहले तावड़े नाम के व्यक्ति की थी जिससे पेशवा ने इस पहाड़ी को खरीदा और इस पर मंदिर का निर्माण किया।

11. पुणे की बुंद का बगीचा - Bund Garden Pune in Hindi: 

बूंद बगीचा पुणे शहर का बहुत ही सुंदर और सुव्यवस्थित बगीचा है। इसको महात्मा गांधी उद्योग के नाम से भी जाना जाता है। सुबह की सैर और बगीचा पसन्द करने वालों के बीच यह बूंद बगीचा लोकप्रिय है। बूंद बगीचा की सुंदरता बहुत लोगों का ध्यान आकर्षित करती है। पेड़ पौधों की देखभाल भी यहां खूब अच्छे से की जाती है। बच्चे हों या बुजुर्ग सभी उम्र के लोगो को यह बगीचा आकर्षित करता है।

12. पुणे की  तुल्शिबौग - Tulsi Baug Pune in Hindi :

किसी भी जगह का दिल उसका बाजार होता है ऐसे ही तुल्शिबौग पुणे में दिल है यानी पुणे में स्थित लोकप्रिय बाजार। यह शहर के बीचोबीच बसा हुआ है। इस बाजार में मराठी संस्कृति से जुड़ी सभी चीज़े आसानी से मिल जाएंगी । साथ ही हर वो चीज़ मिल जाएगी जिसकी आपने कल्पना की होगी। विश्राम्बुग के सामने बसा यह बाजार चर्चित और मशहूर है। यह जगह व्यस्त बाजार और प्राचीन मंदिर दोनों के लिए चर्चित है। तुल्शिबौग में खरीदारी के साथ खाने की भी पूरी सुविधा है। 

13. पुणे की मुलशी झील - Mulshi Lake Pune in Hindi :

मुलशी झील और बांध साह्याद्री पर्वत के घिरा हुआ है। यहां का दृश्य प्रकृति प्रेमियों के लिए मनभावन होगा। पूरे परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए यह उत्तम स्थान है।


14. पुणे की कटराज स्नेक पार्क - Katraj Snake Park Pune in Hindi :

पुणे शहर के पास कटराज में स्थित राजीव गांधी चिड़ियाघर एक भव्य चिड़ियाघर घर है जो 130 एकड़ के क्षेत्र में फेल हुआ है। यह तीन भागों में विभाजित है: केंद्रीय चिड़ियाघर, एक पशु अनाथालय और सबसे प्रसिद्ध कटराज स्नेक पार्क। यह स्नेक पार्क राजीव गांधी प्राणी उद्योग का हिस्सा है। यह पुणे के सातारा रॉड पर कटराज डेरी के ठीक सामने स्थित है। कटराज स्नेक पार्क सबसे ज्यादा देखा और पसन्द किया जाता है।इस पार्क का निर्माण 1986 में हुआ। यह पार्क सापों की 22 से अधिक प्रजातियों का घर है । इस सबमे 13 फुट लंबा किंग कोबरा भी शामिल है। इस अद्भुत संग्रह ने वर्षों से पर्यटकों को आकर्षित किया है। स्नेक फेस्टिवल के दौरान यहां का नज़ारा अद्भत होता है।

15. पुणे की खडकवासला बांध - Khadakwasla dam Pune in Hindi :

खड़वासला बांध पुणे का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह मुथा नदी पर बनाया गया है। यह पुणे और इसके उपनगरीय क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करता है। खडकवासला बांध, मुथा नदी से लगभग 1.6 किमी की दूरी पर फैला हुआ है।यह बांध 31 मीटर लंबा है और मुथा नदी की कठोर चट्टान के ऊपर बनाया गया है। इंजीनियरिंग का यह काम अक्सर छात्रों और लोगों को भी आकर्षित करता है। पुणे शहर और सुंदरता के साथ इसकी निकटता बांध को पसंदीदा पिकनिक स्थल बनाती है।

16. पुणे का लोकल फूड - Flavours of Pune in Hindi :

अब किसी भी शहर की पहचान उसके खाने से होती है और अगर पुणे आके वहां का स्वाद नही चखा तो क्या ही किया । पुणे की गलियों में वड़ा पाव, मिसल पाव, कीमा पाव, पट्टी समोसा, पोहा, ढोकला, पाव भाजी, साबूदाना वड़ा, भाखरवाड़ी, बन मस्का और न जाने कितनी ही खुशबु आपका जी लालच देंगी। कुछ खानों के तो नाम भी पुणे के इतिहास पर रखे गए हैं जैसे 'मैंगो मस्तानी', सीताफल मस्तानी । शाकाहारी हो या मासाहारी सभी के पुणे में विभिन्न व्यंजनों की बभरमार है। पुणे में सुबह सुबह ही आप खाने के स्टॉल्स को लगा हुआ देखेंगे। पुणे के स्ट्रीट फूड यहां के मशहूर ऐतिहासिक स्थलों की ही तरह मशहूर है। जब भी पुणे आएं यहां का ज़ायका चखे बिना बिकुल न जाएं।

17. पुणे यात्रा का सबसे अच्छा समय - Best Time To Visit Pune in Hindi:

पुणे महाराष्ट का सांस्कृतिक शहर है। यह मुथा नदी के किनारे बसा शहर है इसलिए गर्मियों के दिनों में यहां हुमस और गर्मी ज़्यादा होती है। हाँ बारिश के वक्त रंगबिरंगे आसमान को देखने का अलग ही मज़ा होता है। पर पुणे आने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच का है जब यहां का मौसम शांत और सुखद होता है। दिसंबर में यहां त्योहारों का मौसम होता है, जो सवाई गंधर्व महोत्सव के लिए प्रसिद्ध है। यह महोत्सव देश के सभी शास्त्रीय संगीत प्रेमियों को आकर्षित करता है।

18. पुणे कैसे पहुँचे - How To Reach Pune:

पुणे पहुँचना काफी आसान है। पुणे का एक अपना राष्ट्रीय हवाईअड्डा है जो सभी शहरों से जुड़ा हुआ है। पुणे के रेलवे स्टेशन भी पूरे भारत से जुड़ा हुआ है। साथ ही पुणे के आसपास के शहर जैसे सूरत, महाराष्ट्र, अहमदाबाद से बसों की भी पूरी सुविधा है।

फ्लाइट से कैसे पुणे पहुँचे - How To Reach Pune By Flight :

पुणे शहर का अपना हवाई अड्डा है जो मुख्य शहर से लगभग 10-11 किलोमीटर की दूरी पर है और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों के लिए जिम्मेदार है। भारत के सभी प्रमुख शहरों से पुणे के लिए सीधी उड़ानों की सुविधा है।

सड़क से पुणे कैसे पहुँचे - How To Reach Pune By Road:

पुणे के हाईवे मुम्बई से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। मुम्बई से पुणे केवल 150 किमी की दूरी पर ही है। आप मुम्बई, बेंगलुरू, हैदराबाद, नासिक, उदयपुर और इंदौर से सीधे बसें भी ले सकते हैं। इन बसों की टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह आसानी से उप्लब्ध हैं।

ट्रैन से पुणे कैसे पहुँचा जाए - How to reach pune by train:

पुणे जंक्शन ट्रैन से आसानी से पहुँचा जा सकता है क्योंकि यह प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू जैसे शहरों से पुणे को कई सीधी ट्रेनें जाती है।